तुम पत्नी हो मेरी
चैप्टर 23 तुम पत्नी हो मेरी
अब तक आपने पढ़ा शौर्य मीरा से सवाल करता है तो मीरा की कहती है उसने किसी से वादा किया था सिद्धार्थ के सवाल पर मीरा खामोश रहती है यशवंत बताता है की शौर्य को सिर्फ साशा रोक सकता है उससे सिर्फ खत्री मिलवा सकता है
अब आगे
होस्पिटल
मिरा अब ठिक हो रही थी राहुल और रिहान उससे मिलने आते रहते थे और अपने स्कूल की बातें बता कर उसे हसाते रहते थे लेकिन राहुल हमेशा शौर्य और सिद्धार्थ को वहाँ देखकर सोचता रहता की आखिर ये इन्सान हमेशा यहाँ क्यों रहते हैं"
"राहुल ने हिम्मत करके पुछ ही लिया "माँ क्या आप इन्हें पहले से जानती है ,और ये रोज यहाँ क्यों आते हैं"
मिरा कुछ कहती उससे पहले ही सिद्धार्थ कहता है "क्योंकि हम तुम्हारी माँ के और मौसी के दोस्त है"
फिर राहुल कोई सवाल नहीं करता है, फिर वो वहां से चला जाता है शौर्य उसके जाते ही कहता है "क्या हम सिर्फ दोस्त है"
सब खामोश हो जाते हैं सिद्धार्थ कल आने का बोल कर चला जाता है शौर्य भी बाहर चला जाता है मिरा को लगता है वो चला गया है तो वो भी सो जाती है"
"आधी रात को"
मिरा के हाथ में दर्द होने लगता है, तो उसकी नींद टुट जाती है वो देखती है तो उसके ज़ख्म से खुन आ रहा था मिरा नर्स को आवाज लगाती है लेकिन कोई नहीं आता है।
तभी वहा वोड बाॅय आता है ,मिरा उससे नर्स के बारे में पुछती है तो वो कहता है "मैडम वो डोक्टर साहब और नर्स एक एमरजैंसी केस में बिज़ी है, दुसरी नर्स आती ही होगी" और वो वहां से चला जाता है
तभी शौर्य अंदर आता है ,मिरा उसे देखती है और फिर अपने फोन में टाइम देखती है तो रात के 2 बज रहे थे "तुम इस वक्त यहाँ क्या कर रहे हो"
शौर्य आराम से कहता है "मैं रोज यही रहता हूँ ,वो तो मुझे एक काॅल आ गया था तो मैं बाहर गया था तुम इस वक्त जगी क्यों हो" मिरा नजरें चुराते हुए कहती है "कुछ नहीं वो .." फिर वो चुप हो जाती है
शौर्य पुछता है "क्या हुआ कोई प्रोबलम है" मिरा कुछ बोलती तभी वहा वोड बाॅय ,ओइंटमेंट और पैन किलर ले आता है "मैडम इसे लगा लिजीए और ये दवाई खा लीजिये तब तक नर्स आ जाएगी" फिर वो चला जाता है शौर्य वोड बाॅय के जाते ही मिरा से पुछता है "क्या हुआ है मिरा कुछ बोलोगी" मिरा का चेहरा अब पिला पड़ चुका था
शौर्य को अब गुस्सा आ रहा था ,उसने कहा "तुम बता रही हो या मै अपने तरीके से पता लगाउ" मिरा कहती है "कुछ नही हुआ है तुम प्लिस जाओ" तो शौर्य उसके उपर से चादर हटा देता है ,जो मिरा ने एक हाथ से पकड़ रखी थी ,उसके घाव से खुन आ रहा था शौर्य घबरा जाता है वो उसकी तरफ बढ़ जाता है ,वो आगे बढता उससे पहले ही मिरा उसे हाथ दिखा कर रोक देती है।
"प्लीज शौर्य" शौर्य से अब देखा नहीं जा रहा था वो उसके पास बैठ जाता है और कहता है "तुमपर हक है मेरा,तुम पत्नी हो मेरी"
और उसे एक विडियो दिखाता है वो विडियो देख मिरा दंग रह जाती है "ये क्या है और कब हुआ ये"
शौर्य उसकी तरफ बढ़ते हुए कहता है "अभी खुन रोकना जरूरी है बाद में सब बता दुंगा" और उसके होस्पिटल गाउन का बटन खोलने लगता है मिरा उसके हाथ रोक देती है "प्लीज शौर्य मत करो"
शौर्य उसे घूरते हुए कहता है "अगर अब तुमने रोका तो उसके बाद जो होगा उसकी जिम्मेदार तुम खुद होगी" मिरा उसका हाथ छोड़ देती है .
शौर्य उसका गाउन उसके कंधे से धिरे धिरे निचे करने लगता है उसने दरवाजा अंदर से लौक कर दिया था मिरा इस वक्त बहुत अजीब महसूस कर रही थी उसे दर्द भी हो रहा था और उसे शर्म भी आ रही थी।
शौर्य कि नज़रें मिरा के ज़ख्म पर थी और मिरा उसके छुने से सिहर रही थी ये पहली बार था जब वो किसी मर्द के इतना करिब आई थी"
शौर्य कहता है "तुमहे सारे बटन खोलना होगा मै पट्टी बदल देता हूँ"..... मिरा कुछ नहीं कहती है "शौर्य उसकी शर्ट एक साइड से उतार देता है वो उसके घाव को साफ करने लगता है और उसपर हल्के हल्के फुंक मारने लगता है, मिरा उसकी इस हरकत से सिहर सी जाती है और आंखे बंद कर लेती है और अपने सिने को ढकने की कोशिश करती है तो शौर्य उसे रोक देता है
"रहने दो मै कोई गैर नहीं हूँ" मिरा बेडशीट को कस के पकड़ लेती है और चेहरा दुसरी तरफ कर लेती हैं" शौर्य अपना काम कर रहा था ,पट्टी बदलने के बाद शौर्य मिरा के गले पर हल्के से कीस करता है और दुर हो जाता है वो मिरा को पेनकिलर खिला देता है" मीरा उससे नजरे नहीं मिला पा रही थी वो अपनी नजरे झुकाए हुए कहती हैं "ये सब कब किया तुमने"
शौर्य उसका सामने बैठ जाता है और आराम से कहता है "जिस दिन तनुजा जा रही थी उसी दिन"
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"फ्लैशबैक"
शौर्य तनुजा और सिद्धार्थ को कुछ इशारा करता है और तीनो बाहर आ जाते हैं शौर्य कहता है "मै मीरा से शादी करना चाहता हूँ" उसकी बात सून दोनो शॉक हो जाते है..... सिद्धार्थ कहता है "तु पागल हो गया है क्या, उसकी हालत देख ,तुझे लगता हैं वो तुझसे शादी करेगी" शौर्य सीरियस होते हुए कहता है "उससे पूछ कौन रहा है ,इस बार वो मुझसे दूर नहीं जा सकती है मै उसे जाने नही दूंगा"...
तनुजा कहती हैं "किसी से उसकी मर्ज़ी के बिना जबरदस्ती शादी करना गलत है" शौर्य कहता है "अगर आपकी जबरदस्ती से उसे खुशी हो तो, मोहब्बत में थोड़ी जबरदस्ती चलती हैं, और तुमहि ने तो कहा वो मुझसे प्यार करती है तो गलत क्या है"
सिद्धार्थ पूछता है "पर तु ये करेगा कैसे" तभी वहाँ अनिल आता है और "मैरेज सर्टिफिकेट" देकर चला जाता है.... शौर्य तनुजा से कहता है "इसे साइन करवा लो, कैसे ये तुम जानती हो"....... तनुजा एक नज़र दोनो को देखती है फिर कहती है "वो बिना पढ़े साईन नही करेगी" शौर्य कहता है "उसकी फिकर तुम मत करो"......."वो इस कागज की शादी को नही मानेगी" इतना केहकर वो अंदर चली जाती है".....
तनुजा अंदर आते हुए कहती है "मीरा ये राहुल के कुछ डॉक्यूमेंट है साइन कर दो" मीरा पढ़ने के लिए हाथ में लेती तभी वहाँ डॉक्टर आ जाते है "मिस तनुजा प्लिस बाहर जाइये" तनुजा कहती है "एक मिनट" मीरा बिना पढ़े साइन कर देती है..... तनुजा बाहर आ जाती है और शौर्य को डॉक्यूमेंट दे देती है "कांग्रेचुलेशन शौर्य वो तुम्हारी हुई"..... शौर्य एक गहरी सांस लेकर कहता है "अभी कहाँ" सिद्धार्थ पूछता है "मतलब".......
क्या मीरा मानेगी इस शादी को? क्या मोड़ लेने वाली है इनकी कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी कहानी "एक मां ऐसी भी"
वानी
#कहानीकार प्रतियोगिता